जय श्री राम, जय श्री परशुराम
सतयुग "परशुराम" हुए और त्रेता युग में "राम"
दोनों ही श्रीविष्णु रूप, सकल सुमंगल धाम
परशुराम भयो अंश स्वरुप और पूर्ण रूप सिया राम
राम जो "परशु" धरण करे, कहलाये "परशुराम"
स्व रचित - तापस तिवारी ४/३०/२०२५ भगवान् श्री परशुराम जयंती
श्रीहरि के छठवें अवतार भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव एवं अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाईया !!! भगवान राम और परशुराम, दोनों ही भगवान विष्णु के अवतार थे, लेकिन वे अलग-अलग युगों में प्रकट हुए थे। भगवान राम त्रेता युग में प्रकट हुए थे, जबकि परशुराम सतयुग में।
पितामह भृगु द्वारा सम्पन्न नामकरण संस्कार के अनन्तर राम कहलाए। वे जमदग्नि का पुत्र होने के कारण जामदग्न्य और शिवजी द्वारा प्रदत्त “परशु” धारण किए रहने के कारण वे परशुराम कहलाए !!!
जय श्री राम , जय श्री परशुराम